पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने उगला जहर, पीएम मोदी की हिटलर से तुलना
इस्लामाबाद
पाकिस्तान के बड़बोले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोइद यूसुफ ने भारत और पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तानी एनएसए ने भारत- पाकिस्तान रिश्तों पर कहा कि पीएम मोदी हिटलर के बाद दुनिया के सबसे बड़े फांसीवादी नेता हैं। उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान में एकजुटता नहीं बनने पर चिंता जताई और कहा कि पाकिस्तान के सर्वोच्च राष्ट्रीय हित की रक्षा के लिए कश्मीर और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर आम सहमति जरूरी है।
मोइद यूसुफ ने कश्मीर पर भी जहरीला बयान दिया और दावा किया कि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। एक निजी चैनल से बातचीत में मोइद ने कहा कि देश में आंतरिक और बाह्य खतरों का सामना करने के लिए सरकार आम सहमति और संवाद में भरोसा करती है। अफगानिस्तान में जारी स्थिति के बारे में मोइद यूसुफ ने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान की नई सरकार को अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी और देश में आतंकवाद भड़काने के लिए नहीं करने देगी।
पाकिस्तानी एनएसए ने इमरान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी के उस बयान को ही खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि न तो पाकिस्तान और न ही सरकार तहरीक-ए-लब्बैक जैसे गुटों से निपटने में सक्षम है। मोइद ने कहा, 'मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि पाकिस्तान के अंदर यह क्षमता नहीं है कि वह टीएलपी के साथ निपट सके। मैंने पहले ही सार्वजनिक रूप से कहा था कि एक लाल रेखा खींची जानी चाहिए क्योंकि जो पुलिसवाले शहीद हो गए, वे भी देश की जिम्मेदारी थे।'
इससे पहले भी मोइद यूसुफ भारत और पीएम मोदी के खिलाफ कई बार जहरीले बयान दे चुके हैं। पिछले दिनों मोइद युसूफ ने कहा था कि अब भारत के साथ पर्दे के पीछे से कोई बातचीत नहीं होगी। ऐसा माना जाता है कि भारत और पाकिस्तान के कई शीर्ष अधिकारी बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए कई बार किसी तीसरे देश में मिले थे। पाकिस्तानी एनएसए ने दावा किया कि भारत कश्मीर में अगस्त 2019 में उठाए गए कदमों को वापस लेने में असफल रहा, इसलिए अब पर्दे के पीछे से कोई बातचीत दोनों देशों के बीच नहीं होगी।
'भारत के साथ बातचीत अब खत्म हुई'
मोइद युसूफ ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में कहा था, 'भारत के साथ बातचीत अब खत्म हुई।' उन्होंने कहा, 'यह भारत था जिसने हमसे संपर्क किया था। उन्होंने (नई दिल्ली) कहा कि हम कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बातचीत करना चाहते हैं।' मोइद युसूफ ने यह नहीं बताया कि भारत ने कब और कहां पर पाकिस्तान के साथ संपर्क किया था। उन्होंने कहा, 'हमने भारत को साफतौर पर बता दिया था कि बातचीत को शुरू करने के लिए अगस्त 2019 के कदम को वापस लिया जाए।'